भर दे एहसास अपने होने का कि मैं हूं ना सिर्फ तुम्हारे लिए, स्त्री बस यही तो चाहती ह भर दे एहसास अपने होने का कि मैं हूं ना सिर्फ तुम्हारे लिए, स्त्री बस यही तो ...
दर्द को पी लेना मैं कुछ ना भी कहूं तो भी तुम सब समझ लेना। दर्द को पी लेना मैं कुछ ना भी कहूं तो भी तुम सब समझ लेना।
अब न कोई आस बची है, अब न कोई प्यास बची, जीने की चिंगारी बुझी है, अब न कोई आग बची, अब न कोई आस बची है, अब न कोई प्यास बची, जीने की चिंगारी बुझी है, अब न क...
क्या हुआ तेरे पास नहीं हैं तो वो दिल की धड़कनें आज भी वहीं से आती हैं वो अपनी चाहत आज क्या हुआ तेरे पास नहीं हैं तो वो दिल की धड़कनें आज भी वहीं से आती हैं वो अप...
हसीं की महफिलों में देखो छा गए हैं वो। हसीं की महफिलों में देखो छा गए हैं वो।
बड़ी होकर बस इतनी -सी रह जाती है बेटियाँ ! बड़ी होकर बस इतनी -सी रह जाती है बेटियाँ !